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।। काली कल्याणकारी ।।

ज्योतिष डॉक्टर

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काली कल्याणकारी

सामान्य धारणा यह है कि ज्योतिष भविष्य बताने का विज्ञान है वास्तविकता में ज्योतिष सौभाग्य प्राप्ति के लिए कर्म की दिशा दिखाने वाला विधान है। 

ज्योतिष सामान्य तौर पर त्रिकोणमिति (trigonometry) गणित की तरह है जहाँ जीवन के समीकरण में बायीं ओर कर्म है और समीकरण के दाहिनी ओर भाग्य है। इसी बात को समीकरण रूप में यूँ दिखा सकते हैं

जीवन का आदर्श समीकरण है, कर्म =भाग्य 

आप जैसा कर्म करेंगें वैसा ही आपका भाग्य बनेगा यदि आप बुरे कर्म करते हैं तो दूसरी ओर दुर्भाग्य होगा और अच्छे कर्म किये जायेंगे तो सौभाग्य का निर्माण होता है। 

हम कर्मों की जटिलता को समझ नहीं पाते और कई बार चाहते हुए भी सही कर्म सही समय पर नहीं कर पाते क्योंकि हमें पता ही नहीं होता कि किसी काम को हम कैसे करें कि हमें पूर्ण सफलता मिले और हम स्वयं को भाग्यशाली कह सकें। 

यहीं ज्योतिष काम आता है वो कर्मों की जटिलता को सरल करता है और आपके कर्मों को सही समय पर सही क्रिया से सौभाग्य में बदलने की प्रक्रिया बताता है। इसे एक उदाहरण से समझाता हूँ

त्रिकोणमिति में प्रायः एक गणितीय समस्या दी जाती है कि एक समीकरण के बायीं ओर लिखे (LHS) सूत्र को दायीं ओर लिखे (RHS) के समान कीजिये
जैसे कि यह सूत्र Sec² θ -tan² θ =1 

अब थोड़ी देर को मान लीजिये कि बायीं ओर लिखा Sec² θ -tan² θ कर्म है और दूसरी ओर लिखा 1 भाग्य है यदि आप कर्म को सरल करते हुए 1 ले आये तो आपके कर्म पूर्ण सौभाग्य में बदल जायेंगें यानी 1=1 

अब ऊपर दिए इस समीकरण में कर्म को सरल करते हैं 

Sec² θ -tan² θ

= 1/cos² θ -sin² θ /cos² θ
(क्योंकि sec² θ =1/cos² θ होता है और tan² θ = sin² θ /cos² θ होता है तो इसीलिए हमने इन्हें बदल दिया)

अब इसे आगे सरल करते हैं 

1-sin² θ/cos² θ 

= sin² θ +cos² θ -sin² θ /cos² θ
(क्योंकि sin² θ +cos² θ =1 होता है इसलिए हमने 1 की जगह sin² θ +cos² θ है)

आगे सरल करने पर 

Cos² θ /cos²θ =1= दाहिनी ओर का मान 

तो देखा आपने यदि आपको सूत्र याद हैं तो आप समीकरण को सरलता से बराबर कर सकते हैं यही काम ज्योतिषी करता है जिस ज्योतिषी को जितने अधिक सूत्र और उन्हें सही जगह पर प्रयोग करने का जितना अधिक अनुभव होगा वो आपके कर्मों से आपके लिए सौभाग्य का निर्माण करा देगा। यही काम मैं करवाने आया हूँ आपके कर्मों से आपका भाग्य बनवाने आया हूँ मैं बस आपको कर्म करने का सही तरीका सिखाने आया हूँ। 

~आचार्य तुषारापात

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