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jyotish doctorकाली कल्याणकारी!
जिन लोगों के बने हुए काम बिगड़ जाते हों, या कोई नया काम किसी बड़े विघ्न के कारण शुरू ही न हो पाता हो, घर में बरकत नहीं होती हो बीमारी या दरिद्रता बनी रहती हो। कर्ज़ और ऋण से दबे हों, लाख प्रयत्नों के बाद भी सफलता न मिलती हो जीवन में कठिन परिश्रम के उपरांत भी फल न प्राप्त होता हो या किसी नए कपड़े या छोटी बड़ी किसी भी चीज में कोई न कोई नुक्स पड़ जाता हो और जो पितृदोष से पीड़ित हों उन सभी के लिए 20 जुलाई 2020 की यह सोमवती हरियाली अमावस्या तिथि एक वरदान है, यह सरल से उपाय करें माँ काली चाहेगी तो मेरा वचन खाली न करेगी। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए कहता हूँ कि आप सभी को यह उपाय अवश्य कर लेने चाहिए।
आप लोग सोच रहे होंगें कि इधर हर दिन मैं एक नया उपाय क्यों बताये जा रहा हूँ दरअसल सावन का महीना इतना पावन है कि इसकी हर तिथि अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है सामान्य तौर पर कुछ लोग अमावस्या को अशुभ मानते हैं परन्तु 20 जुलाई 2020 को पड़ने वाली श्रावणी अमावस्या कोई साधारण तिथि नहीं है इस बार तो यह हरियाली अमावस्या भगवान शिव के दिवस सोमवार को पड़ रही है और इस सोमवती हरियाली अमावस्या की शाम को शनि, शुक्र, बुध, चंद्र और बृहस्पति अपनी ही राशि में स्थित होंगें जिसके कारण अत्यंत शुभता देने वाला योग बन रहा है।

 

एक बात और स्पष्ट कर देता हूँ कि कई लोग कहेंगें कि पहले से एक साथ ही सारे उपाय बता देते तो अच्छा होता तो उनसे कहना चाहता हूँ कि ये कोई ऐसे उपाय नहीं है जिनके लिए आपको कोई लंबे चौड़े इंतजाम करने की आवश्यकता पड़े साधारण से उपाय हैं जो वास्तव में पीड़ित होंगें वे अवश्य कर लेंगें दूसरी जरूरी बात ये है कि जैसे उपाय करने का मुहूर्त होता है वैसे ही उपाय बताने का भी निश्चित समय होता है गलत समय पर बताया गया सही उपाय भी व्यर्थ जाता है ज्योतिष काल के निर्धारण का विज्ञान है अतः इस कारण से प्रत्येक वर्ष अलग अलग उपाय बताने के अलग अलग समय होते हैं।

 

जैसा कि कहा जाता है कि सावन के अंधे को हरा हरा ही दिखता है सावन का पावन महीना ऐसा ही है जो प्रकृति में सर्वत्र हरियाली बिखेर देता है और सावन शिवरात्रि के दूसरे दिन पड़ने वाली हरियाली अमावस्या आपके जीवन के अनेक कष्टों के काँटों को निकाल कर आपकी ज़िंदगी के वृक्ष को हरा भरा बना देगी। भगवान शिव और माँ काली पर पूरी आस्था और विश्वास करते हुए ये उपाय करें-
1. यह उपाय सभी लग्न राशि छोटे बड़े स्त्री पुरुष सभी कर सकते हैं। परिवार का प्रत्येक सदस्य करे तो सर्वोत्तम है।
2. 20 जुलाई को सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक आप ये उपाय कभी भी कर सकते हैं। जो पिछले बताए गए उपाय कर रहे हैं वे भी इसे निःसंकोच कर सकते हैं।
3. दिन के अपने नित्य पूजन के बाद आप एक लोटे में जल लेकर उसमें कुछ काले तिल डालकर किसी पीपल के वृक्ष के पास जाएं और
◆सर्वप्रथम 5 बार ‘ॐ कुलदेवतायै नम:’ इस मंत्र को पढ़ें।

 


◆फिर 5 बार ॐ कुलदैव्यै नमः
यह मंत्र पढ़ें।
◆ फिर 108 बार (एक माला) ॐ पितृ दैवतायै नमः, इस मंत्र का जप करने के बाद तिल सहित जल को पीपल के वृक्ष को अर्पित कर दें।

 

◆ उसके बाद अपने सभी पितरों को अपनी जाने अनजाने में हुई भूलों के लिये क्षमा करने को कहें और पीपल को प्रणाम कर लौट जाएं।
4. गोधूलि बेला में, सूर्यास्त के ठीक पहले अपने घर में तुलसी का एक पौधा लगाएं यदि पहले से लगा हो तब भी एक और लगाएं और उसके पास एक दीपक जलाएं दीपक की बाती कोई भी हो सकती है और उसकी दिशा आदि की चिंता न करें किसी भी तरफ रखें बस दीपक पौधे या गमले से इतना दूर अवश्य हो कि पौधे को उसकी आँच आदि से कोई नुकसान न हों, दीपक जलाने के बाद 11 बार तुलसी के पौधे की परिक्रिमा करें और उसे प्रणाम करें आपका उपाय यहीं पूर्ण हो जाता है। घर के सभी सदस्यों के लिए यदि अलग अलग तुलसी का पौधा लगाना संभव न हो तो वे संकल्प लें कि 3-3 तुलसी के पौधे दान करेंगें या कहीं बाहर लगायेंगें। यदि घर में ही संभव हो तो सर्वोत्तम। शेष कुछ लोग ऐसे भी होंगें जो कहेंगें कि हमारे यहाँ तुलसी टिकती ही नहीं तो उनसे यही आग्रह है कि वे अवश्य ही इसे करें ये तुलसी अवश्य टिक जाएगी और घर की सारी बाधा को दूर कर देगी।
  शेष काली इच्छा!
~आचार्य तुषारापात
  (ज्योतिष डॉक्टर)
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