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काली कल्याणकारी!
21 दिसम्बर 2020 को आकाश में दो ग्रहों की दुर्लभ युति देखने को मिलेगी। शनि ग्रह अपनी राशि और बृहस्पति ग्रह अपनी नीच राशि मकर में समान अंश, कला विकला पर होंगें।

शनि-बृहस्पति युति की तिथि व सटीक समय-

यह संयोग 21 दिसम्बर को पूर्वाह्न 9 बजकर 42 मिनट पर होगा जब दोनों ग्रह मकर राशि के 6 अंश 15 कला और लगभग 44 विकला पर होंगें।
युति का जनजीवन पर प्रभाव-
सामान्य तौर पर गुरु का अपनी नीच राशि मकर में गोचर करना अच्छा नहीं माना जाता है किंतु शनि के मकर राशि में होने से और दोनों ग्रहों के समान अंशों पर हो जाने से इस युति के कई शुभ परिणाम भी होंगें क्योंकि ये दोनों ग्रह एक दूसरे के प्रति समता रखते हैं।
शनि और गुरु दोनों ही ग्रह दीर्घकालिक प्रभाव रखने वाले ग्रह हैं। इस युति से समाज में आध्यात्मिक, सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक उन्नति होगी और यह युति यह भी दर्शाती है कि आगे जब मकर राशि में सूर्य आयेंगें तब शनि जनित महामारियों का प्रकोप शांत होने की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। अतः कोरोना आदि रोगों में कमी की संभावना है।
इस समय सभी राशियों के लोगों को बस अपनी फिजूलखर्ची पर रोक रखनी है और आध्यात्मिक ज्ञान या किसी नये हुनर को सीखने का प्रयास करना है ऐसा करके सभी अपने जीवन में अप्रत्याशित उन्नति कर सकते हैं। एक और बात सभी राशि के व्यक्ति ध्यान रखें गुरु अथवा गुरु तुल्य व्यक्ति और पिता तथा पिता समान व्यक्तियों का अनादर इस समय दरिद्रता के घोर दलदल में आपको फँसा देगा अतः इससे परहेज रखें।
आइये अब जानते हैं राशि अनुसार इस युति का प्रभाव और उससे संबंधित उपाय-
1. मकर राशि-
मकर राशि के जातकों के लिए यह युति शुभ फल देने वाली रहेगी, उनके अटके काम बनेंगें और किसी पिता या गुरु तुल्य व्यक्ति के सहयोग से उन्हें अच्छी आजीविका की प्राप्ति अथवा धनलाभ होगा।
मकर राशि के जातकों के लिए उपाय-
दिसम्बर 2020 से मई 2021 तक इस शुभता को और अधिक प्रभावी करने के लिए मकर राशि वालों को 21 दिसम्बर को सूर्यास्त के बाद और मध्यरात्रि से पूर्व कंकड़ी वाला नमक (50 ग्राम) किसी मिट्टी के बर्तन में करके अपने घर में किसी भी जगह पर रख लेना चाहिए और उसे रखा रहने देना चाहिए।
2. कुम्भ राशि-

इस राशि के जातकों के लिए यह युति कष्ट देने वाली हो सकती है, दिसम्बर 2020 से मई 2021 तक किसी बड़े काम का आरम्भ न करें और न ही किसी को धन उधार दें या किसी की गारंटी लें। धनहानि की संभावना है।

कुम्भ राशि के लिए उपाय-

21 दिसम्बर को सूर्योदय से मध्याह्न के मध्य कभी भी किसी असहाय को 250 ग्राम पीली मिठाई का दान करें अथवा विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
3. मीन राशि-

मीन राशि के जातकों के लिए यह युति मिली जुली असर देने वाली रहेगी। उन्हें अपने ज्ञान और विवेक पर बार बार संदेह हो सकता है। आय रुक सकती है और चलता हुआ व्यापार मंदा हो सकता है।

मीन राशि के जातकों के लिए उपाय-

दिसम्बर 2020 से मई 2021 तक के समय में जीवन के हर क्षेत्र में सफलता के लिए आप 21 दिसम्बर को सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त के मध्य कभी भी उड़द की दाल के 54 दाने लेकर उसे किसी पीले कपड़े में बाँध के अपने सिराहने रख लें और रखा रहने दें।
4. मेष राशि-

मेष राशि वालों के लिए यह युति अत्यन्त शुभता देने वाली रहेगी, दिसम्बर 2020 से मई 2021 के मध्य आप अपने किसी महत्वाकांक्षी कार्य को आरम्भ करेंगें तो उसमें सफल रहेंगें यह समय बड़े कार्य करने के लिए उत्तम है।

मेष राशि के उपाय-

अपने गुरु या घर के बाहर के किसी वृद्ध या ज्ञानी जन को 21 दिसम्बर को सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले कुछ धन आदि का दान करें और उनसे आशीर्वाद लें।
5. वृषभ राशि-

वृष राशि के जातकों के जीवन में कुछ अप्रत्याशित किन्तु शुभ परिणाम घटित होंगें। यदि दिसम्बर 2020 से मई 2021 तक आपने सही दिशा में परिश्रम किया तो आप अपने जीवन स्तर को कई गुना ऊपर उठा सकते हैं।

वृष राशि के उपाय-

इस राशि के सभी जातक 21 दिसम्बर को दिन के किसी भी समय एक गाय को चारा या कुछ भोजन कराएं अथवा किसी महिला को कंबल का दान करें।
6. मिथुन राशि-

मिथुन राशि वाले दिसम्बर 2020 से मई 2021 तक अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। किसी भी तरह की लापरवाही घातक हो सकती है। धन की हानि भी सम्भव है अतः अपनी बचत पर ध्यान दें।
मिथुन राशि के उपाय-

इस राशि के जातकों को 21 दिसम्बर को सूर्योदय से तीन घण्टे के भीतर किसी पुजारी या धार्मिक व्यक्ति को पीली शाल या पीले ऊनी वस्त्र दान करके उनके पैर छूने चाहियें।
7. कर्क राशि-

कर्क राशि के जातकों के लिए यह युति लॉटरी की तरह लाभ देने वाली हो सकती है। कर्क राशि के जो जातक उच्च पद के अभिलाषी हैं उन्हें दिसम्बर 2020 से मई 2021 तक के समय में प्रयास करने से सफलता प्राप्त हो सकती है। यह समय नए भवन, वाहन या उच्च पद की प्राप्ति करा सकता है।

कर्क राशि के उपाय-

इस राशि के जातकों को 21 दिसम्बर को सूर्यास्त के बाद और मध्यरात्रि से पूर्व किसी भी समय थोड़े से चावल हल्दी से पीले करके किसी सूती कपड़े की पोटली में अपने घर में कहीं भी रख देना चाहिए और उस रखा रहने देना चाहिए।
8. सिंह राशि-

सिंह राशि वालों के लिए यह युति मिश्रित परिणाम देने वाली रहेगी। कुछ काम बनेंगें तो कुछ बिगड़ेंगे। कठिन परिश्रम के बाद ही सफलता प्राप्त होगी। मई 2021 तक हताशा बनी रह सकती है।
सिंह राशि के उपाय-

इस राशि के सभी जातक 21 दिसम्बर को सूर्योदय के बाद और मध्याह्न से पूर्व यदि किसी बुजुर्ग को कोई ऊनी वस्त्र दान करते हैं तो उन्हें शुभ परिणाम प्राप्त होंगें।
9. कन्या राशि-

शिक्षा- प्रतियोगिता के लिए समय अच्छा है किंतु धन और स्वास्थ्य की हानि हो सकती है। प्रोमोशन के रुके हुए काम बनेंगें। आजीविका बढ़ेगी किन्तु खर्च भी बढ़ सकता है। किसी महिला के द्वारा अपमान संभव है।
कन्या राशि के उपाय-

इस राशि के सभी जातक 21 दिसम्बर को दिन के किसी भी समय माँ अथवा माँ तुल्य महिलाओं से आशीर्वाद लें और उन्हें कोई भी पीली वस्तु भेंट करें।
10. तुला राशि-

तुला राशि के जातकों के लिए यह युति अधिक शुभता वाली नहीं रहेगी। जीवन के हर क्षेत्र में कठिनाई आ सकती है। मई 2021 तक संयम से काम लें। अपने धन को बचा के रखें।
तुला राशि के उपाय-

इस राशि के जातक 21 दिसम्बर को सूर्यास्त के बाद और मध्यरात्रि से पूर्व कभी भी 21 दाने चावल के और 21 दाने चने की दाल के किसी सफेद कपड़े में बांध के अपने पूजन स्थल पर रखें और उसे रखा रहने दें।
11. वृश्चिक राशि-

यह समय आपके पूर्व में किये गए प्रयासों को शुभ परिणाम में बदलने वाला रहेगा। आपके कई कार्य इस दिसम्बर से मई 2021 तक आपके परिश्रम से सिद्ध हो जाएंगे।
वृश्चिक राशि के उपाय-

इस राशि के सभी जातक 21 दिसम्बर को दिन के किसी समय किसी मेहनत मजदूरी करने वाले को भोजन कराएं अथवा हनुमान मंदिर के किसी पुजारी को सूती पीली धोती दान करें।
12. धनु राशि-

धनु राशि वालों के लिए यह युति अच्छी नहीं रहेगी। छोटे छोटे कामों में भी विघ्न पड़ेंगें। अत्यधिक खर्च हो सकता है। बचत किया हुआ धन नष्ट हो सकता है। अपने बैंक संबंधी सभी कागज़ पत्र आदि बहुत संभाल के रखें। घर में दीमक का प्रकोप हो सकता है। मई 2021 तक सतर्कता बरतें।
धनु राशि के उपाय-

धनु राशि के जातकों को 21 दिसम्बर को दिन के किसी भी समय 108 चने (काले) किसी भी बहते हुए जल में प्रवाहित कर देना चाहिए अथवा किसी पेड़ के नीचे छोड़ देने चाहिए।
बताये गए प्रभाव और उपाय सामान्य गणनाओं पर आधारित हैं व्यक्ति- व्यक्ति में कुछ परिवर्तन संभव है सटीक प्रभाव और उपाय के लिए अपनी जन्म कुंडली किसी योग्य ज्योतिषी को दिखाकर परामर्श लें।
शेष काली इच्छा!
आचार्य तुषारापात
(ज्योतिष डॉक्टर)
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